यूपी पुलिस का कारनामा- महज़ शक के आधार पर किशोर को 44 घंटों से अधिक समय से बैठाए रखा है लॉकअप में

 

       बदलापुर (जौनपुर), वैसे तो नवागत पुलिस अधीक्षक ने चार्ज संभालने के बाद मिडिया से रूबरू होते हुए वक्तव्य दिया था कि सबसे पहले सिस्टम को सुधारने की कार्यवाही होगी। लेकिन उनके इस आदेशों की अवहेलना करते हुए बदलापुर पुलिस की मनमानी साफ़ तौर पर दिखाई दे रही है। बता दें कि कोतवाली क्षेत्र बदलापुर खुर्द के 17 वर्षीय बच्चे केवल शक के आधार पर 44 घंटों से अधिक समय से लॉकअप में डाला हुआ है। जबकि नियमानुसार किसी भी मुलजिम को थाने में 24 घंटे से अधिक समय तक नहीं रखा जा सकता। गिरफ्तारी के 24 घंटे के अंदर मुलजिम को अदालत में पेश करना होता है। 

        प्राप्त जानकारी के अनुसार थाने में बंद नाबालिग़ के भाई सत्यम अग्रहरि पुत्र श्रवण अग्रहरि ने एएमई न्यूज़ को बताया कि उसके पास  बाजार में साईकिल व मोटरसाइकिल के पंचर बनाने की दुकान है। इस दुकान पर पीड़ित का भाई स्नेहम अग्रहरी पुत्र श्रवण अग्रहरि उम्र 17 वर्ष निवासी बदलापुर खूर्द भी काम करता है। विगत रविवार को रात 12 बजे के करीब पुलिस बगैर कुछ बताते और बिना किसी पुख्ता सबूत के 17 वर्षीय श्रवण को जबरन थाने उठा ले गई। बहुत पूछने पर पुलिस ने कहा सुबह थाने आ जाना तब बता देगें। सुबह थाने जाने पर थाने में मौजूद सिपाहियों ने परिजनों के साथ बदसलूकी से पेश आते हुए बताया कि किशोर को मोटरसाइकिल की चोरी के शक में थाने पर ले आया गया है। अभी छोड दिया जाएगा। तभ से लगातार आधे घंटे कभी एक घण्टे का हवाला देकर 44 घण्टे से ज्यादा समय हो जाने के बाद भी बगैर किसी कारण के महज शंका के आधार पर जबरन थाने में बैठाए रखा गया है।

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